“हिंदू एक वैश्विक अल्पसंख्यक हैं”; Pawan Kalyan ने कनाडा में मंदिर पर हमले को लेकर व्यक्त की चिंता
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री Pawan Kalyan ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इसे एक गंभीर घटना बताया और उम्मीद जताई कि कनाडाई सरकार हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। पवन कल्याण ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि हिंदू विश्व स्तर पर एक अल्पसंख्यक समुदाय हैं, इसलिए उन्हें कम ध्यान और समर्थन मिलता है, जिससे वे आसानी से लक्षित हो जाते हैं।
हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती नफरत का जिक्र
सोमवार रात अपने सोशल मीडिया पोस्ट में पवन कल्याण ने कहा, “हिंदू एक वैश्विक अल्पसंख्यक हैं, इसलिए हम पर कम ध्यान दिया जाता है। उनके साथ कम एकजुटता दिखाई जाती है और उन्हें आसानी से निशाना बनाया जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं के खिलाफ किए गए हर नफरत भरे कार्य, हर प्रकार का दुर्व्यवहार, उन सभी के लिए एक आघात है जो मानवता और शांति की कद्र करते हैं।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं का संकट
पवन कल्याण ने यह भी कहा कि यह बहुत दुखद है कि हमारे हिंदू भाई-बहन पाकिस्तान, अफगानिस्तान और हाल ही में बांग्लादेश जैसे देशों में अत्याचार, हिंसा और अकल्पनीय पीड़ाओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने अपने शब्दों में गहरी चिंता व्यक्त की और कहा, “कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हमला और हिंदुओं पर हो रहे इस तरह के हमले दिल को चोट पहुंचाने वाले हैं।”
एक अलग घटना नहीं: उपमुख्यमंत्री
पवन कल्याण ने कहा कि यह घटना अकेली नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और लक्षित नफरत की घटनाएं विभिन्न देशों में जारी हैं, फिर भी वैश्विक नेताओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और तथाकथित शांति प्रेमी गैर-सरकारी संगठनों की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। उनका कहना था कि यह केवल करुणा की अपील नहीं है, बल्कि एक कार्यवाही का आह्वान है, जिसे दुनिया को स्वीकार करना चाहिए और हिंदुओं की पीड़ाओं को अन्य समुदायों के लिए दिखाए गए समान तात्कालिकता और प्रतिबद्धता के साथ दूर करना चाहिए।
क्या हुआ?
गौरतलब है कि रविवार को कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तानी समर्थकों ने एक हिंदू मंदिर में पूजा कर रहे भक्तों पर हमला किया। इस घटना के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि मंदिर में होने वाली हिंसा अस्वीकार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि हर कनाडाई को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है और यह सुनिश्चित करना कि वे सुरक्षित रह सकें, उनकी जिम्मेदारी है।
हिंदू समुदाय की सुरक्षा पर चिंता
पवन कल्याण ने इस घटना की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा कि हिंदू समुदाय को सुरक्षा की आवश्यकता है, विशेष रूप से उन देशों में जहां वे अल्पसंख्यक हैं। उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की जाए और हमें उन स्थानों पर समर्पण और समर्थन दिया जाए जहां हम अपनी धार्मिक भावनाओं को व्यक्त कर सकें।”
समाज के विभिन्न हिस्सों से समर्थन
पवन कल्याण के इस बयान ने विभिन्न समुदायों में एक चर्चा को जन्म दिया है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनके शब्दों का समर्थन करते हुए हिंदुओं के खिलाफ नफरत और भेदभाव की घटनाओं की निंदा की है। विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर इस मुद्दे पर आवाज उठाने का निर्णय लिया है और भारत में भी इस मुद्दे की गंभीरता को लेकर जागरूकता फैलाने के प्रयास कर रहे हैं।
हिंदुओं की बढ़ती असुरक्षा का मुद्दा
पवन कल्याण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि वैश्विक स्तर पर हिंदुओं की असुरक्षा का मुद्दा गंभीर हो गया है। उन्होंने कहा, “हिंदू केवल भारत में नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अल्पसंख्यक हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
समर्थन की आवश्यकता
उन्होंने सभी से अपील की कि वे हिंदू समुदाय के प्रति समर्थन व्यक्त करें और किसी भी तरह की नफरत या भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाएं। उनका कहना था, “यह जरूरी है कि हम एकजुट होकर नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़े हों। हमें अपने हिंदू भाइयों और बहनों का समर्थन करना चाहिए और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ना चाहिए।”
कनाडा की सरकार से उम्मीदें
पवन कल्याण ने कनाडा की सरकार से अपील की कि वह इस हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे और हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि यह समय है कि कनाडाई सरकार इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए और समुदाय के बीच सुरक्षा का माहौल बनाए।
समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस घटना से सभी को जागरूक होना चाहिए और अपने आस-पास के लोगों को इस तरह के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना चाहिए। उन्हें विश्वास है कि समाज में जागरूकता और समर्थन बढ़ाने से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सकता है।
पवन कल्याण का यह बयान एक महत्वपूर्ण संदेश है कि हिंदू समुदाय को वैश्विक स्तर पर अधिक समर्थन और सुरक्षा की आवश्यकता है। इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि हमें एकजुट होकर नफरत और भेदभाव के खिलाफ खड़ा होना होगा। उन्हें उम्मीद है कि उनकी बातों से लोगों में जागरूकता आएगी और वे हिंदुओं के प्रति एकजुटता दिखाएंगे।
इस प्रकार, पवन कल्याण ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाया है और इस पर चर्चा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। हिंदू समुदाय को सुरक्षित रखने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए यह आवश्यक है कि समाज के सभी हिस्से एकजुट होकर आवाज उठाएं और कार्य करें।